जानकारी के मुताबित प्रदेश में 1 अप्रैल से सभी औद्योगिक एवं असंगठित श्रमिकों को 25% अधिक मजदूरी भी दी जाएगी। साथ ही सभी औद्योगिक एवं असंगठित क्षेत्र से जुड़े ट्रेंड-अनट्रेंड श्रमिकों का मेहनताना 1 अप्रैल 2024 से बढ़ाया जाने जायेगा। अब ये राज्य शासन ने इस संबंध में आदेश जारी भी कर दिए है। Salary increased in MP मोहन सरकार ने दी सरकारी कर्मचारियों को खुशखबरी अब 25 फीसद अधिक मिलेगा वेतन, जारी हुए नए आदेश।
बताया जा रहा की अब ये श्रम विभाग मजदूरों के कल्याण एवं सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध भी कराया जा रहा है।उसी दिशा में आपको बहुत से महत्वपूर्ण फैसले भी आने वाले टाइम में भी लिए जाएंगे। नियम के मुताबित हर साल 5 वेज रिवीजन होना बहुत ही जरुरी हो चूका है। ।
जानकारी के लिए बता दे की अब सभी महिला श्रमिकों को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने में मिल का पत्थर भी साबित किया जायेगा। ये मंत्री श्री पटेल ने कहा कि भोपाल जिले में संबल योजना अनुचित तरीके से फायदे भी दिए जायेगे। भुगतान की गई राशि के वसूली के लिए भी उचित कार्रवाई के निर्देश भी बताये है।
श्रमिकों को देय प्रचलित न्यूनतम वेतन की दरों में 25% की अधिक वृद्धि और जनवरी से जून 2019 के औसत अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के दौरान दिनांक 1 अक्टूबर 2019 से देय परिवर्तनशील महंगाई भत्ते को न्यूनतम वेतन में जोड़कर बहुत से नई न्यूनतम वेतन दरें भी निर्धारित कराई गयी थी।
बता दे की अब सभी नई न्यूनतम वेतन दरों के प्रभावशील होने पर अकुशल श्रमिकों का न्यूनतम वेतन 9 हजार 575 रुपए प्रतिमाह हो चूका है। उसी और से अर्द्धकुशल श्रमिकों का न्यूनतम वेतन 10 हजार 571 रुपए प्रतिमाह बताया जायेगा।
चुनावी माहौल को ध्यान रखते हुए सरकार सभी महिलाओं को
जैसे की आप सभी जानते ही होंगे की अब ये कृषि श्रमिकों को देय प्रचलित न्यूनतम वेतन की दरों में 25 % की वृद्धि तथा लेबर ब्यूरो शिमला के माध्यम से अखिल भारतीय कृषि श्रमिक उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के औसत के आधार पर 1 अक्टूबर 2019 से देय परिवर्तनशील महंगाई भत्ते को न्यूनतम वेतन में जोड़कर नई न्यूनतम वेतन दरें निर्धारित कराई जा चुकी है।
वेतन भी बढ़ाया गया
जैसे की आप सभी जानते ही होंगे की अब ये कृषि श्रमिकों को देय प्रचलित न्यूनतम वेतन की दरों में 25 % की वृद्धि तथा लेबर ब्यूरो शिमला के माध्यम से अखिल भारतीय कृषि श्रमिक उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के औसत के आधार पर 1 अक्टूबर 2019 से देय परिवर्तनशील महंगाई भत्ते को न्यूनतम वेतन में जोड़कर नई न्यूनतम वेतन दरें निर्धारित कराई जा चुकी है।
वेतन भी बढ़ाया गया
जैसे की आप सभी जानते ही होंगे की अब ये कृषि श्रमिकों को देय प्रचलित न्यूनतम वेतन की दरों में 25 % की वृद्धि तथा लेबर ब्यूरो शिमला के माध्यम से अखिल भारतीय कृषि श्रमिक उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के औसत के आधार पर 1 अक्टूबर 2019 से देय परिवर्तनशील महंगाई भत्ते को न्यूनतम वेतन में जोड़कर नई न्यूनतम वेतन दरें निर्धारित कराई जा चुकी है।
वेतन भी बढ़ाया गया
बता दे की अब इसी और बीड़ी श्रमिकों एवं अगरबत्ती श्रमिकों के वेतन में भी देय प्रचलित न्यूनतम वेतन की दरों में 25 % की वृद्धि भी कराई जाएगी। जो न्यूनतम वेतन की दरें किसी भी श्रमिक पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं डालेंगी। बता दे की अब ये वर्तमान वेतन की दरें संशोधित दरों से अधिक बताई जा रही है।